मिर्ज़ापुर मंडलीय अस्पताल में जब से डॉक्टर तरुण सिंह ने एसआईसी का कार्य ग्रहण किया है, जिला मंडलीय अस्पताल में आने वाले मरीजों को प्रति दिन एक के बाद एक सरकारी सुविधा उपलब्ध होती जा रही है, मंडलीय अस्पताल में एक से बढ़कर एक डॉक्टरों की टीम मरीजो को देखने के लिए तैयार की गई है , परिणाम स्वरूप जिला मंडलीय अस्पताल में लगातार एक के बाद एक कई बड़े और जटिल सफल आपरेशन डॉक्टरों की टीम द्वारा किया गया , मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉo आर बी कमल और एसआईसी डॉo तरुण सिंह के नेतृत्व में सरकारी इलाज पर लोगो का भरोसा बढ़ता जा रहा है , जिसका उदाहरण है कि जिला मंडलीय अस्पताल में इलाज कराने आने वालों की भारी भीड़ दिखाई पड़ती है, गरीब से लेकर मध्यवर्गी परिवार का भरोसा बढ़ने लगा है , हम आपको बता दे इस बार जिला महिला अस्पताल में एक महिला की जटिल व हाई रिस्क सर्जरी की गई, दरसल बीते 23 फरवरी को एक महिला प्रसव पीड़ा के साथ चिकित्सालय में इलाज कराने आयी थी , डॉक्टरों की टीम ने जांच के दौरान पाया कि बच्चे की धड़कन लगातार गिर रही है साथ ही मरीज की हालत बिगड़ती जा रही है, महिला के परिजनों ने बताया की 3 साल पूर्व किसी अन्य डॉक्टर के यहाँ मरीज महिला को आपरेशन से मृत बच्चा पैदा हुआ था, बच्चे की धड़कन लगातार गिरने व मरीज की हालत बिगड़ती देख डॉक्टरों की टीम ने जच्चा और बच्चा की जान बचाने के लिए तत्काल ऑपरेशन करने का निर्णय लिया, ऑपरेशन के समय जब डॉक्टरों द्वारा महिला का पेट खोला गया तो देखा गया कि मरीज को इक्रिटा प्लेसेंटा है, जिसमें बच्चेदानी से खेड़ी प्लेसेंटा पूरी तरह से चिपक जाति है, बच्चेदानी व प्लेसेंटा को अलग करना बहुत ही मुश्किल आपरेशन होता है, इस दौरान मरीज को बहुत अत्यधिक ब्लीडिंग रक्तस्राव होने लगा, मरीज की जान का खतरा मंडराने लगा, जिसे देखते हुए मंडली चिकित्सालय से सर्जन डॉक्टर प्रतिभा मिश्रा को तत्काल ऑपरेशन थिएटर में बुलाया गया, मरीज की जान बचाने के लिए डॉक्टरों द्वारा यूटरस निकलने का फैसला किया, मरीज के परिजनों से ऑपरेशन की सहमति मिलते ही डॉo जूही देशपांडे की देखरेख में मंडली चिकित्सालय की सर्जन डॉक्टर प्रतिभा मिश्रा व गाइनेकोलॉजिस्ट सर्जन व एनीस्थिटिस्ट की टीम ने सफलता पूर्वक ऑपरेशन करते हुए यूटरस को निकाला, साथ ही बच्चे की भी सफलता पूर्वक डिलीवरी कराई गई , जिसमे डॉo जूही के साथ डॉo स्नेह लता, गाइनेकोलॉजिस्ट डॉo प्रतिभा मिश्रा, एनीस्थिटिस्ट डॉo नवीन डॉo अनूप जेआर मेट्रन कलावती सिस्टर और उनकी ओटी टीम शामिल रही, मरीज की जान बचाने जटिल व हाई रिस्क सफल सर्जरी में एसआईसी डॉo तरुण सिंह द्वारा पल पल जानकारी के साथ साथ ब्लड व अन्य जरूरी संसाधनो की व्यवस्था की गई , प्रमुख अधीक्षक डॉक्टर तरुण सिंह ने सफलता पूर्वक ऑपरेशन करने के लिए चिकित्सकों की पूरी टीम को बधाई दी ,