वाराणसी महामशान मणिकर्णिका घाट पर रंगभरी एकादशी के दूसरे दिन यानी 11 मार्च को कल 12 बजे से लेकर 1 बजे तक चिता भस्म की होली खेली जाएगी, चीता भस्म से खेली जाने वाली होली की तैयारी शुरू कर दी गयी है, हजारों हजार की संख्या में चीता भस्म होली खेलने के लिए भक्तों का जन सैलाब मणिकर्णिका घाट पहुंचते है, इस होली को लेकर ऐसी मान्यता हैं कि बाबा दोपहर में मध्याह्न स्नान करने मणिकर्णिका तीर्थ पर आते हैं, तत्पश्चात सभी तीर्थ स्नान करके यहां से पुन्य लेकर अपने स्थान जाते हैं, और उनके वहां स्नान करने वालों को वह पुन्य बांटते हैं, अंत बाबा स्नान के बाद अपने प्रिय गणों के साथ मणिकर्णिका महामशान पर आकर चीता भस्म से होली खेलते है, वर्षों चली आ रही यह परम्परा अनादि काल से यहा भव्य रूप से मनायी जाती रही हैं ,