मिर्ज़ापुर चुनार क्षेत्र के गांगपुर गांव की अत्यंत गरीब परिवार में जन्मी बिन माँ बाप की रेणुका गौतम शीघ्र ही आल इंडिया यूनिवर्सिटी पावरलिफ्टिंग में प्रतिभाग करेंगी , आज जिलाधिकारी दिव्या मित्तल में रेणुका गौतम को साईकिल , ट्रैक सूट जूता आदि सामग्री के साथ नगद धनराशि देकर प्रोत्साहित किया , जिलाधिकारी द्वारा उसकी दर्दनाक दस्ता को सुनकर उसको गले लगाते हुए कहा कि यह बच्ची हम सभी के लिए एक प्रेरणा स्वरूप है , चुनार तहसील स्थित गांगपुर गांव निवासी रेणुका गौतम तमाम विपरीत परिस्थितियों के पश्चात भी स्टेट लेवल की वालीबाल प्लेयर व नेशनल लेवल की पावरलिफ्टिंग खेल में स्थान पाने वाली दुःखद व संघर्षशील परिस्थितियों की अगर दास्तान जो भी सुनेगा तो उसके जज्बे को सलाम करेगा , दूसरे के खेतों में काम कर 150 रुपया रोज कमाने वाली रेणुका गौतम मेहनत मजदूरी करके अपने दो किछोटे भाइयों का पालन पोषण किया करती है , लेकिन अपने जज्बे की वजह से जल्द ही आल इंडिया यूनिवर्सिटी पावरलिफ्टिंग में प्रतिभाग करने वाली है , क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट कोआर्डिनेटर सतीश शंकर यादव द्वारा किए गए पहल के फल स्वरुप कुछ जन सहयोगीयों द्वारा आज 32 हजार रुपये , साईकिल , ट्रैक सूट जूता आदि सामग्री जिलाधिकारी द्वारा रेणुका गौतम को भेंट किया गया , रेणुका गौतम के बारे में बताया गया कि उसके माता पिता के देहांत वह दो छोटे भाइयों की मजदूरी करते हुए परवरिश कर स्वयं अपने एम0ए0 की पढ़ाई किया है , कहानी जानने के बाद जिलाधिकारी ने रेणुका गौतम को गले लगाते हुए कहा कि यह बच्ची हम सभी के लिए प्रेरणा स्वरूप है , उन्होंने तत्काल संबंधित विभाग को निर्देश दिया कि बच्ची के माता का दुर्घटना में हुई मृत्यु के पश्चात दी जाने वाली समस्त सरकारी सुविधाओं का लाभ अभिलंब उपलब्ध कराया जाए , साथ ही जिलाधिकारी द्वारा बच्ची से कहा गया कि किसी भी समस्या आने पर वह स्वयं हमे अवगत करायें , क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट कोआर्डिनेटर द्वारा बताया गया कि अत्यंत गरीब श्रेणी की है जो स्वयं विद्यालय से मिलने के पश्चात दूसरे के खेतों में सौ डेढ सौ रुपए की मजदूरी करने को लाचार है , लेकिन अब हम व हमारे कुछ अन्य सहयोगी इस बच्ची को मदद देते हुए ऐसा नहीं करनें देंगे बल्कि अब इसको खेल वह पढ़ाई क्षेत्र में आगे बढ़ाने का पूरा प्रयास करेंगे ,