मिर्ज़ापुर विन्ध्याचल विंध्य महोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रम के लोकगीतों का दिखा अनूठा संगम
मिर्ज़ापुर विंध्याचल चैत्र नवरात्रि मेले में माता विंध्यवासिनी का अद्भुत रुप जहां देखने को मिल रहा है , तो वहीं विंध्याचल के रोडवेज परिसर स्थित सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा लगायी गयी चित्र प्रदर्शनी एवं जिला प्रशासन द्वारा आयोजित विंध्य महोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रम का पंडाल विंध्याचल देवी धाम में आने वाले दर्शनार्थियों के लिए किसी कौतूहल और आकर्षण से कम नहीं है , विंध्य महोत्सव के तीसरे दिन विधायक मझवा डाॅo विनोद कुमार बिंद ने दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का शुभारंभ किया , उसके बाद लोक कलाकारों ने शिव तांडव की अद्भुत प्रस्तुति कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया , इसी क्रम में वाराणसी से पधारी ममता शर्मा ने मां के स्वरूपों का सुंदर वर्णन करते हुए चैती गीत मईया के आरती उतार आई हो.... गाकर लोगों को भक्ति रस में सरोबर किया , लखनऊ से पधारी समृद्ध कलाकार आकाशवाणी, दूरदर्शन कलाकार प्रतिभा मिश्रा ने देवी मां के दर्शन की अभिलाषा में मैं कौने बहाने आऊं मईया तेरे दर्शन को.... तथा प्रभु श्रीराम के बालरूप का वर्णन करते हुए खेलत अंगना चारों ललनवा निहारो..... प्रस्तुत कर लोगों की खूब वाहवाही बटोरी है , लोकगीतों के क्रम को आगे बढ़ाते हुए मिर्ज़ापुर की सुविख्यात लोकगीत गायिका जिन्होंने अभी हाल में ही देश से बाहर नीदरलैंड में जाकर अपने लोकगीतों का डंका बजा कर प्रवासी हिंदुस्तानी भाइयों को अपने लोकगीतों से सरोबर कर चुकी उषा गुप्ता ने जैसे ही माता भवानी हो... तोहरे चुनरिया विंध्याचल लहराए... प्रस्तुत किया वैसे ही पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गुजने के साथ ही उनके भजन गीतों पर झूमने लगे , तो वही कजरी हमरे मीरजापुर में अल मस्ती क चाल बा, बड़ा बेमिसाल बा....! इस दौरान सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह एवं चुनरी प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया ,