सहारनपुर रेंज पुलिस डीआईजी अजय साहनी ने आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर हुए हमले का खुलासा करते हुए चार हमलावरों को मीडिया के सामने पेश कर बताया कि पुलिस पूछताछ में चारों हमलावरों ने चंद्रशेखर को जान से मारने की नीयत से हमला करने की बात कबूल की है , पकड़े गए चारों अपराधियों में तीन का आपराधिक इतिहास है , डीआईजी रेंज सहारनपुर अजय साहनी ने बताया कि आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर पर हमले के चार आरोपी विक्की उर्फ विकास, लवीश और प्रशांत देवबंद के रणखंडी गांव के रहने वाले हैं जबकि चौथा आरोपी विकास उर्फ विक्की हरियाणा के करनाल का रहने वाला है , चारों हमलावरों भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के दिए गए बयानों से नाराज थे जिसके बाद इन्होंने चंद्रशेखर को मारने का प्लान बनाया था , देवबंद में जब स्पीड ब्रेकर पर चंद्रशेखर की गाड़ी की स्पीड कम हुई तो वहीं पर इन्होंने 3 राउंड फायरिंग किया था , फायरिंग कर यह लोग वहां से भाग गए , रास्ते में देवबंद के मिरगपुर गांव के पास इनकी गाड़ी का पेट्रोल खत्म हो गया , जिसके बाद यह चारों आरोपी कुछ देर तक खेतों में छुपे रहे और उसके बाद वहां से हरियाणा भाग गए थे , हमले में विकास की स्विफ्ट गाड़ी का स्तेमाल हुआ था , पुलिस ने हमलावरों के पास से दो तमंचा, चार जिंदा कारतूस बरामद किए , 28 जून को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर के ऊपर देवबंद में एक कार्यक्रम में जाते समय उनके ऊपर जानलेवा हमला किया गया था , फायरिंग में उनकी फार्च्यूनर गाड़ी के शीशे टूट गए थे , जबकि एक गोली चंद्रशेखर की पीठ को छूकर निकल गई थी , जिनका अस्पताल में इलाज हुआ था , डीजीपी की तरफ से पकड़ने वाली टीम को 50 हजार रुपये इनाम के साथ प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा ,