मिर्ज़ापुर थाना शहर कोतवाली क्षेत्र के कजरहवा पोखरा के रहने वाले टीचर सुनील कुमार शुक्ला घर पर बच्चो को टयूशन पढ़ा रहे थे, इसी दौरान वहा पर बन्दरो के झुंड बच्चो की तरफ बढ़ने लगा, तो टीचर सुनील कुमार शुक्ला अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकालकर बन्दरो के झुंड को डराने लगे, इस दौरान पिस्टल से गोली चल गई, पड़ोस में रहने वाले रेलवे के रिटायर्ड कर्मचारी दूधनाथ सरोज की कमर में गोली जा लगी, गोली लगते ही टीचर और दूधनाथ के परिजन उनकी ओर भागे, आनन फानन में उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया, इस मामले कि शिकायत अभी तक पुलिस से नही की गई थी,