मिर्ज़ापुर नगर के मदरसा अरबिया का सालाना जाने दस्तारे उपाधि वितरण समारोह सम्पन्न
मिर्ज़ापुर नगर के मदरसा अरबिया में हर वर्ष होने वाला सालाना जाने दस्तारे उपाधि वितरण समारोह बीती रात सम्पन्न हुआ , मदरसा अरबिया इलियट घाट का सालाना जाने दस्तारे उपाधि वितरण समारोह अपनी पूरी शानो शौकत के साथ रात 900 बजे मुफ्ती मौलाना अब्दुल खालिक मुफ्ती-ए-शहर की अध्यक्षता में शुरू हुआ , मायरे इस्लाम जनाब मुबारक हुसैन मुबारक फैयाज भदोही व हाफिज फरीद सावरी मिर्जापुरी ने अपनी नातिया शायरी और सुरीली आवाजों से लोगो का दिल जीत लिया , संचालक निशात रिजवी ने करते हुए अपने संचालन से महफिल की वाहवाही लूटी , नोकरीन में हज़रत मुफ्ती एहतेशाम आलम ने अपने बेहतरीन खिताब से इस्लाम के अमनो अमान का पैगाम लोगों तक पहुंचाया , खुसूसी मुकर्रर हज़रत मुफ्ती मुजाहिद हुसैन रिजवी ने अपने नूरानी बयान में कहा कि इस्लाम भाईचारा प्यार मुहब्बत, सच्चाई और ईमानदारी की तालीम देता है , इन सबके बिना जिन्दगी कभी भी स्वर नहीं सकती है , इसके बाद जश्ने दस्तार बन्दी का हसीन मन्जर लोगों ने अपनी आंखों से देखा जिसमें बच्चो की हिज 4 बच्चों को कारी व 5 बच्चों को आलमियत कुल 15 बच्चों को दस्तार बांध कर आने वाली जिन्दगी को जिम्मेदारियों के साथ निमाने की नसीहत मदरसा अरविया के प्रधानाचार्य हजरत अल्लामा मौलाना नजम अली खान ने देते हुए कहा कि एक हाफिज खुद जन्नती है और अपने सात पुश्तों को भी लेकर जन्नत में दाखिल होगा , दीनी तालीम के साथ ही साथ दुनियावी तालीम भी जरूरी है ताकि वो आगे चलकर डाक्टर इंजीनियर आई०ए०एस० आई०पी०एस० भी बन सके , मदरसे के प्रबन्धक मोहम्मद परवेज खान ने उपाधि प्राप्त करने वाले आलिमों और हाफिजा की मुबारकबाद देते हुए ये नसीहत दी कि आप आज से इस मदरसे से फारिग हो रहे हैं , आपके ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है , आप खिदमते खल्क करें ताकि मदरसे के साथ-साथ वतन का भी नाम रोशन हो , आखिर में शहर मुफ्ती अब्दुल खालिक की दोआ पर जलसा खत्म हुआ ,