मिर्ज़ापुर जिला अस्पताल में 65 छोटे बच्चों के पैदाइशी टेढे मेढ़े पंजों और पैर सही किया गया
मिर्जापुर जिला अस्पताल में क्लबफुट के माध्यम से बुधवार को मण्डलीय चिकित्सालय में पांच टेढे मेढें पंचो वाले बच्चों का प्लास्टर किया गया है , इस आशय की मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि बच्चे का पैर जन्म से ही यदि टेढ़े मेढ़े होने पर इलाज के लिए अब कही दूर नहीं जाना हैं , क्यों कि पिछले दो वर्षो से राष्ट्रीय बाल किशोर कार्यक्रम के तहत मण्डलीय चिकित्सालय में प्रत्येक बुधवार को ऐसे बच्चों का उपचार किया जा रहा है , 2020-2021 में 65 बच्चों का इलाज प्लास्टर के जरिये किया जा चुका है , वे सभी बच्चे अब आम बच्चों की तरह दौड़ व चल रहे है , इस वर्ष भी अभी तक अप्रैल माह से 03 अगस्त 2022 तक 14 बच्चों को ठीक किया गया है , इसका इलाज फैजाबाद से आये हुए डाक्टर आशीष श्रीवास्तव द्वारा किया जा रहा है , राष्ट्रीय बाल किशोर कार्यक्रम के प्रबन्धक राकेश तिवारी का कहना है कि गर्भ में कुछ बच्चों का पैर टेढे मेढ़े हो जाते हैं। इस बीमारी को सामान्य बोलचाल में जन्मजात दोष और डाक्टरी भाषा में क्लब फुट कहा जाता है , ऐसे परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए आरबीएसके का सहयोग करने के लिए मिराकल फीट इण्डिया ने इस ओपीडी का संचालन कर रही है , जो मण्डलीय अस्पताल में शून्य से लेकर पांच साल तक के बच्चों की इलाज की सुविधा उपलब्ध है , यह सुविधा प्रत्येक लाभार्थी को बुधवार के दिन कमरा नं0 09 में दिया जा रहा है , हर बुधवार को 9 से 12 बच्चों का सफल उपचार किया जा रहा है ,